हड्डियों पर फॉस्फोरस चढ़ाने के लिए खाएं ये 8 दमदार फूड

ऐसा कभी मत सोचिए कि कैल्शियम के सहारे हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है। क्योंकि अगर आपने फॉस्फोरस पर ध्यान नहीं दिया तो हड्डियों को टूटने से कोई नहीं बचा सकता। आइए इसके लक्षण जानते हैं।

सिर्फ कैल्शियम के बलबूते हड्डियों को मजबूत नहीं बनाया जा सकता है। इसके साथ फॉस्फोरस की जरूरत पड़ती है। शरीर में इस मिनरल की सबसे ज्यादा स्टोरेज हड्डियों और दांतों में होती है। इसकी डेफिशिएंसी हड्डियों को तोड़ने के लिए काफी है।

कैल्शियम के साथ काम करता है फॉस्फोरस

सिर्फ कैल्शियम के बलबूते हड्डियों को मजबूत नहीं बनाया जा सकता है। इसके साथ फॉस्फोरस की जरूरत पड़ती है। शरीर में इस मिनरल की सबसे ज्यादा स्टोरेज हड्डियों और दांतों में होती है। इसकी डेफिशिएंसी हड्डियों को तोड़ने के लिए काफी है।

हड्डियों में फॉस्फोरस कम होने के लक्षण

दूध पीने से कैल्शियम और फॉस्फोरस मिलता है। हार्वर्ड कहता है कि दूध से बने उत्पाद भी इस मिनरल की प्रचुर मात्रा देते हैं। आप दही, चीज़, पनीर आदि का सेवन कर सकते हैं।

दूध और दही

दालें और फलियां Legumes फैमिली से आती हैं। इनमें विटामिन बी, प्रोटीन, फाइबर, कॉम्प्लैक्स कार्ब्स आदि होते हैं। यह फॉस्फोरस और कैल्शियम जैसे मिनरल्स का बेस्ट सोर्स माने जाते हैं

दालें और फलियां

दिमाग और मसल्स को ताकतवर बनाने के लिए नट्स और सीड्स का सेवन करना चाहिए। इनमें हेल्दी फैटी एसिड भी होते हैं जो हड्डियों के जोड़ों को चिकनाई देने का काम करते हैं।

नट्स और सीड्स

नॉन वेजिटेरियन लोग फॉस्फोरस के लिए सैल्मन मछली और चिकन खा सकते हैं। हार्वर्ड के मुताबिक ये फूड्स इस मिनरल का बेहतरीन स्त्रोत हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

सैल्मन मछली और चिकन

अनाजों से भी मजबूत हड्डियों के लिए फॉस्फोरस लिया जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक राजगिरा से दिन की जरूरत का करीब 29 प्रतिशत और क्विनोआ से 22 प्रतिशत पोषण मिल जाता है।

राजगिरा और क्विनोआ

यह मिनरल कई सारे प्रोसेस्ड फूड्स में अलग से डाला जाता है। लेकिन यह फायदा देने से ज्यादा आपको नुकसान कर सकते हैं। इसलिए इनसे दूर रहने में ही भलाई है।

फॉस्फोरस देने वाले इन फूड्स से रहें दूर